विषाणुओं (Viruses) में सजीव और निर्जीव दोनों के लक्षण पाये जाते हैं।
सजीव लक्षण (Living Characteristic)
- किसी सजीव कोशिका के द्रव्य में पहुँचते ही इनका न्यूक्लिक अम्ल सूत्र अपने ही प्रकार के पदार्थ के संश्लेषण को प्रेरित करता है।
- इनके न्यूक्लिक अम्ल, सजीव कोशिकाओं के न्यूक्लिक अम्लों की भाँति अपने ही अनुकूल प्रोटीन के संश्लेषण को प्रेरित करके विषाणु बनाते हैं।
- इनके न्यूक्लिक अम्ल स्वगुणन में वैसे ही जीन उत्परिवर्तन (Mutation) होते हैं, जैसे- साधारण सजीव कोशिकाओं के गुण सूत्रों में।
निर्जीव लक्षण (Non-living Characteristic)
- ये कोशिकारूपी नहीं होते, क्योंकि इनमें कोशिका द्रव्य, कोशाकला, अंगक आदि नहीं होते।
- प्रत्येक विषाणु में केवल प्रोटीन खोल में बन्द एक न्यूक्लिक अम्ल (DNA या RNA) का अणु होता है।