1789 की फ्रांसीसी क्रांति के मुख्य कारण राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक थे। फ्रांस में निरंकुश राजशाही थी। प्रशासनिक भ्रष्टाचार व्याप्त था। व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अभाव था।
न्याय की समुचित व्यवस्था नहीं थी। सम्राट लुई सोलहवाँ अयोग्य और अविवेकी था। समाज के प्रथम दो वर्ग पादरी और कुलीन-विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग थे। परंतु, सर्वसाधारण वर्ग की स्थिति दयनीय थी।
बेकारी की समस्या व्याप्त थी एवं अर्थव्यवस्था अव्यवस्थित थी। दार्शनिकों मॉन्टेस्क्यू, वाल्तेयर, रूसो और अन्य बुद्धिजीवियों के लेखों तथा अमेरिकी स्वातंत्र्य संग्राम ने क्रांति का मार्ग प्रशस्त कर दिया।