1870 के पूर्व नॉर्डिक-ट्यूटन प्रजातियों का देश जर्मनी अनेक छोटे-बड़े राज्यों एवं रजवाड़ों में विभक्त था। यह एक राष्ट्र नहीं, बल्कि जर्मन-भाषी राज्यों का एक समूह था।
इनमें राजनीतिक, सामाजिक तथा धार्मिक विषमताएँ थीं। साथ ही, राष्ट्रवाद का मुद्दा भी गौण था। जर्मन राज्यों पर फ्रांसीसी सभ्यता-संस्कृति का व्यापक प्रभाव था। यह परिस्थिति जर्मनी के एकीकरण में बाधक थी।