साम्यवाद (Communism) ने समाजवाद की एक नई व्याख्या प्रस्तुत की। इतिहास की आर्थिक (भौतिक) विवेचना कर मार्क्स ने बतलाया कि मानव इतिहास उत्पादन के साधनों पर नियंत्रण करने के लिए दो वर्गों पूँजीपतियों और श्रमिकों में संघर्ष की कहानी है।
इसमें अंतिम विजय श्रमिकों की होगी, वर्गविहीन समाज की स्थापना होगी तथा सर्वहारा वर्ग की विजय होगी।