रॉलेट ऐक्ट (Rowlatt Act) का उद्देश्य भारत में क्रांतिकारी गतिविधियों को नियंत्रित करना था। सन् 1919 ई० में राजद्रोह समिति की अनुशंसा पर यह ऐक्ट पारित किया गया।
इसके अनुसार, संदेह के आधार पर ही किसी को भी गिरफ्तार कर विशेष अदालत में मुकदमा चलाकर दंडित किया जा सकता था। विशेष अदालत के फैसले के विरुद्ध अपील नहीं की जा सकती थी।
भारतीयों में इस अधिनियम की तीखी प्रतिक्रिया हुई। इसे काला अधिनियम कहकर इसका विरोध किया गया। इसी कानून के विरोध के परिणामस्वरूप जालियाँवाला बाग हत्याकांड हुआ।