एक अखिल भारतीय राजनीतिक संगठन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इंडियन एसोसिएशन के सचिव आनंद मोहन बसु तथा ए० ओ० ह्यूम इस दिशा में प्रयासरत थे।
आनंद मोहन बसु ने 1883 में कलकत्ता में नेशनल काँफ्रेंस (National Conference) का सम्मेलन बुलाया। ह्यूम ने 5 दिसंबर 1885 को पूना में इंडियन नेशनल काँग्रेस की स्थापना की घोषणा की।
पूना में प्लेग फैल जाने के कारण इसका स्थान बदलकर बंबई कर दिया गया। अंततः, इसकी स्थापना 28 दिसंबर 1885 को बंबई (मुंबई) में हुई।