यूरोप (Europe) में पुस्तकों के प्रकाशन से नई राजनीतिक एवं धार्मिक मान्यता का विकास हुआ। धर्म-विरोधी विचारों के प्रसार को रोकने के लिए रोमन चर्च ने इन्क्वीजीशन (Inquisition) का गठन किया।
यह एक प्रकार का धार्मिक न्यायालय (Religious Court) था। इसका कार्य धर्म-विरोधियों की पहचान कर उन्हें दंडित करना था।
इटली के मेनोकियो ने जब बाइबिल और उसके उपदेशों की नई व्याख्या की, तो उसे मृत्युदंड दिया गया।