यह मैदान भारत का आर्थिक एवं सांस्कृतिक तंत्रिका केंद्र (Nerve Centre) है। ये नदियाँ उपजाऊ जलोढ़ (Alluvial Soil) मिट्टी लाती हैं, जो इस पूरे मैदान को उर्वरा भूमि में परिवर्तित करती हैं।
इनकी नदियाँ सालोभर जल से भरी रहती है, जिससे सिंचाई (Irrigation) की प्रचुर सुविधा मिलती है। भारत के लिए यह अन्नदाता है, और देश की दो तिहाई जनसंख्या इसी भाग में बसती है।