सामाजिक विभेदों में तालमेल स्थापित कर ही राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखा जा सकता है।
सामाजिक विभेदों में तालमेल बनाए रखने के लिए भारत में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत (Principles of Secularism) को अपनाया गया है।
इस सिद्धांत से यह धारणा विकसित होती है, कि उनके धर्म अलग-अलग अवश्य हैं, परंतु उनका राष्ट्र (Nation) तो एक ही है।
दूसरी बात यह भी है, कि आधुनिक लोकतांत्रिक राज्य में सत्ता के बँटवारे में अल्पसंख्यक एवं बहुसंख्यक दोनों का खयाल रखा जाता है ताकि सामाजिक विभेदों में तालमेल स्थापित किया जा सके।