एक उत्तल लेंस (Convex Lens) को लेकर उसे सूर्य की ओर करके रखते हैं। एक कागज के टुकड़े को लेकर उसे लेंस के समीप इस प्रकार से रखते हैं कि लेंस, कागज तथा सूर्य के बीच हो।
लेंस को अब धीरे-धीरे कागज से दूर हटाते हैं। लेंस की एक विशेष स्थिति पर कागज पर एक चमकीला, तीक्ष्ण बिंदु दिखाई पड़ता है।
यह चमकीला, तीक्ष्ण बिंदु कागज पर बना सूर्य का प्रतिबिंब है। इस स्थिति में कागज तथा लेंस के बीच की दूरी उत्तल लेंस के फोकस-दूरी का मान देता है।