भारतीय लोकतंत्र (Indian Democracy) की समस्याओं को दूर करने के लिए उठाए गए चार कदम इस प्रकार हैं —
1. निरक्षरता दूर करने के लिए सघन कार्यक्रम जारी है। भारत सरकार ने एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई है।
2. स्थानीय स्वशासन लोकतंत्र की सफलता के लिए आवश्यक है। स्थानीय स्वशासन से जनता को लोकतंत्र की समस्याओं की जानकारी मिल जाती है। पंचायती राज की स्थापना और भारतीय संविधान में स्थानीय स्वशासन को ठोस रूप देने का प्रावधान इसी दिशा में उठाए गए कदम हैं।
3. नागरिकों में राजनीतिक सजगता लाने के लिए भी प्रयास किए गए हैं। संचार के विभिन्न साधनों द्वारा उन्हें राजनीतिक रूप से सचेत किया जा रहा है।
4. बेरोजगारों को रोजगार के नए-नए अवसर दिए जा रहे हैं।