बिहार पंचायत राज अधिनियम, 2006 के अंतर्गत ग्राम पंचायतों के कार्यों एवं शक्तियों की एक लंबी सूची दी गई है।
ग्राम पंचायत के प्रमुख कार्य एवं शक्तियाँ निम्नलिखित हैं —
1. पंचायत क्षेत्र के विकास के लिए वार्षिक योजना एवं बजट तैयार करना, सामुदायिक कार्यों में सहयोग करना, प्राकृतिक संकट में सहायता करना एवं आवश्यक आँकड़े रखना
2. कृषि, बागवानी, बंजर भूमि एवं चरागाह का विकास करना
3. पशुपालन के अंतर्गत पशु नस्ल सुधार, पशुधन की वृद्धि, मत्स्यपालन, सूअरपालन, कुक्कुटपालन का प्रबंध
4. वनविकास, वृक्षारोपण, चारा विकास
5. सार्वजनिक सेवा एवं सुविधा के अंतर्गत गृह-निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, सड़क, नाली, पुलिया का निर्माण और सुरक्षा, सार्वजनिक स्थलों का विकास, शौचालयों, बाजार-मेले आदि का प्रबंध, ग्रामीण और कुटीर-उद्योगों को बढ़ावा देना।
इनके अतिरिक्त (i) प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था एवं शिक्षा के प्रति जागरूकता (ii) लोकस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (iii) सामाजिक कल्याण, महिला एवं बाल कल्याण, वृद्धावस्था पेंशन आदि कई कार्य ग्राम पंचायतों को दिए गए हैं।