मृदुत्तक (Parenchyma) और श्लेषात्तक Collenchyma) सरल स्थायी (Simple Permanent Tissue) ऊत्तकों के प्रकार हैं।
पादप ऊत्तकों को दो भागों में विभक्त किया जाता है –
(i) विभज्योत्तक (Meristmatic Tissue)
(ii) स्थायी ऊत्तक (Permanent Tissue)
- स्थायी उत्तक को पुनः सरल एवं जटिल ऊत्तक के रूप में विभाजित किया जाता है।
- मृदुत्तक, स्थूलकोण (Collenchyma) तथा दृढ़ (Sclerenchym) ऊत्तक सरल ऊत्तक के उदाहरण हैं।
- मृदु ऊत्तक (Parenchyma) पौधों का संरक्षण करता है तथा पत्तियों में भोजन निर्माण करता है।
- Collenchyma Tissue पौधों को यांत्रिक सहायता देती है, तथा हरित लवक की उपस्थिति में भोजन निर्माण भी करती है।
- दृढ़ उत्तक (Sclerechyma Tissue) पौधों के आंतरिक भागों के साथ-साथ बाह्य परतों में भी रक्षात्मक ऊत्तक के रूप में कार्य करता है।
- जाइलम तथा फ्लोएम जटिल ऊत्तक के उदाहरण हैं।