रानी पद्मिनी का नाम अलाउद्दीन की चित्तौड़ विजय से जोड़ा जाता है। उनके पति का नाम राणा रतन सिंह (Rana Ratan Singh) है ।
पद्मिनी की कहानी का आधार 1540 ई. में मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा लिखित काव्य-पुस्तक ‘पद्मावत' है। इसके अनुसार, पद्मिनी चित्तौड़ के राणा रतन सिंह की अत्यन्त सुंदर और विदुषी पत्नी थी।
अमीर खुसरो ने सुलेमान और रानी शैबा के प्रेम-प्रसंग का उल्लेख अपने ग्रंथ में किया था और उसने अपने संकेतों में अलाउद्दीन की समता सुलेमान से तथा पद्मिनी की तुलना शैबा से की थी। सम्भवतया इसी आधार को मानकर मलिक मुहम्मद जायसी ने पद्मावत की रचना की और राणा रतन सिंह की रानी पद्मिनी की कहानी बनी।