तैमूर के आक्रमण के बाद भारत में सैय्यद वंश (Saiyyad dynasty) वंश का राज स्थापित हुआ ।
तैमूर के आक्रमण (1398 ई.) ने तुगलक शासन को कमजोर दिया। 1412 ई. में नासिरुद्दीन की मृत्यु के साथ ही तुगलक वंश का अंत हो गया। 1413 ई. में सरदारों ने दौलत खां को दिल्ली का सुल्तान चुना। परंतु उसे दौलत खां के सूबेदार खिज्र खां ने पराजित कर दिया। वह तैमूर द्वारा नियुक्त लाहौर का सूबेदार था। तैमूर के आक्रमण के बाद 1414 ई. में उसने दिल्ली पर अधिकार कर एक नए वंश सैय्यद वंश की नींव डाली।