नील दर्पण (Neel Darpan) के लेखक दीनबंधु मित्र थे।
नील दर्पण बांग्ला का प्रसिद्ध नाटक है जिसके रचयिता दौन बन्धु मित्र हैं। इसकी रचना 1858 ई० में की गई थी। यह बंगाल में नील विद्रोह के आंदोलन का मुख्य कारण बना था। इस नाटक में भारतीय किसानों के ऊपर अंग्रेजों द्वारा शोषण एवं अधिक अत्याचार का वर्णन किया गया है।