गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन का आह्वान 1930 में किया था।
6 अप्रैल 1930 को गांधी जी ने दाण्डी तट पहुंचकर नमक कानून को तोड़ा था तथा वहीं से सविनय अवज्ञा आंदोलन (Agitation) की शुरुआत की थी। 15 मार्च 1931 को गांधी तथा इरविन के मध्य हुए समझौते के तहत सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त किया गया था।