1876 ई. में लॉर्ड लिटन (Lord Lytton) के वायसराय बनकर आने पर अफगानिस्तान (Afghanistan) के प्रति अपनाई गई नीति में परिवर्तन आया। कुशल अकर्मण्यता । की नीति के स्थान पर अग्रगामी नीति का अनुसरण होने लगा।
1878 ई. में द्वितीय आंग्ल-अफगान युद्ध शुरू हो गया। 1879 ई. में गंडमक की संधि की गई।