प्रार्थना समाज की स्थापना 1867 ई. में बंबई (Bombay) में आचार्य केशवचंद्र सेन (Aacharya Keshav Chandra Sen) की प्रेरणा से आत्माराम पांडुरंग (Atmaram Pandurang) द्वारा की गई थी।
महादेव गोविंद रानाडे इस संस्था से 1869 ई. में जुड़े। इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य जाति प्रथा का विरोध, स्त्री-पुरुष की विवाह की आयु में वृद्धि, विधवा विवाह एवं स्त्री शिक्षा को प्रोत्साहन देना था।
रानाडे का सामाजिक सुधार आंदोलन 19वीं शताब्दी के अंत तक सफलतापूर्वक जारी रहा।