किसी उपग्रह को पृथ्वी से बहुत ही परिशुद्ध रूप से डाप्लर प्रभाव की सहायता से पथांकित किया जा सकता है। अत: विकल्पों में से विकल्प (A) सही उत्तर होगा।
प्रकाश में डाप्लर प्रभाव – प्रकाश में डाप्लर प्रभाव केवल प्रकाश स्रोत व दर्शक के बीच आपेक्षिक वेग पर निर्भर करता है। प्रकाश के डाप्लर प्रभाव द्वारा सुदूर तारों व गैलेक्सियों के पृथ्वी के सापेक्ष वेग तथा उनकी गति की दिशा ज्ञात की जाती है।