बंगाल विभाजन को 1911 ई. में निरस्त किया गया था ।
लॉर्ड हार्डिंग-II (Lord Harding–II) के समय ब्रिटेन के सम्राट जॉर्ज पंचम के स्वागत के लिए 12 दिसम्बर, 1911 ई. को दिल्ली में एक भव्य दरबार "दिल्ली दरबार" का आयोजन किया गया था । इसी दरबार में बंगाल विभाजन को रद्द करने की गयी तथा भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली ले जाने की घोषणा की गई थी।
दिल्ली 1912 ई० में विधिवत् रूप से भारत की राजधानी बनी थी।