बंगाल विभाजन का प्रस्ताव 3 दिसंबर, 1903 को ब्रिटिश संसद में रखा गया। इसकी औपचारिक घोषणा 19 जुलाई, 1905 को की गई।
इसका उद्देश्य बंगाल प्रेसीडेंसी में फैल रहे राष्ट्रवाद को विभाजित करना था।
बंगाल विभाजन 16 अक्टूबर, 1905 को प्रभावी हुआ। इस दिन को रवींद्रनाथ टैगोर ने रक्षाबंधन के रूप में मनाने की सलाह दी।