काकोरी ट्रेन डकैती कांड में 29 क्रांतिकारियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें रामप्रसाद बिस्मिल (Ram Prasad Bismil) , अशफाक उल्लाह (Ashfaqulla) , रोशन लाल (Roshan Lal) तथा राजेंद्र लाहिड़ी (Rajendra Lahari) को फांसी हुई, जबकि चंद्रशेखर आजाद फरार हो गए।
अक्टूबर, 1924 में शचींद्र सान्याल, रामप्रसाद बिस्मिल तथा चंद्रशेखर आजाद ने कानपुर में क्रांतिकारी संस्था 'हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन की स्थापना की।
इस संस्था द्वारा 9 अगस्त, 1925 को उत्तर रेलवे के लखनऊ-सहारनपुर संभाग के काकोरी नामक स्थान पर आठ डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन पर डकैती डाल कर सरकारी खजाना लूटा गया। यह घटना काकोरी कांड के नाम से प्रसिद्ध हुई।