श्री गुरु अर्जुनदेव जी (Shri Guru Arjundev Ji) के निमंत्रण पर सूफी संत हजरत मियां मीर (Hazrat Miyan Mir) ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) की आधारशिला रखी थी।
सिक्खों के 5वें गुरु अर्जुनदेव के समय में प्रसिद्ध सिक्ख ग्रंथ 'गुरुग्रंथ साहिब (Gurugranth Shahib)' का संकलन किया गया। अमृतसर के प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर का निर्माण इन्हीं के समय में हुआ जिसके लिए सम्राट अकबर (Akbar) ने भूमि उपलब्ध करायी थी।
सिक्ख गुरुओं में सर्वाधिक महत्वपूर्ण गुरु गोविन्द सिंह (Guru Gobind Singh) थे। गुरु गोविन्द सिंह ने 'पाहुल प्रणाली' को आरम्भ किया। खालसा पंथ की स्थापना 'गुरु गोविन्द सिंह' ने 1699 में की।
Note : खजुराहों का भव्य मंदिर चंदेल शासकों द्वारा बनाया गया था। खजुराहो चंदेलों की राजधानी थी।