सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) के नेतृत्व में ही वर्ष 1928 में कोई कर नहीं (साराबंदी) आंदोलन चलाया गया।
गुजरात के सूरत जिले में स्थित बारदोली वर्ष 1928 के बाद राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया था। बारदोली के मेडता बंधुओं (कल्याण जी और कुंवर जी) तथा दयालजी देसाई ने किसानों के समर्थन में वर्ष 1928 से आंदोलन चलाया।
बाद में इसका नेतृत्व सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया। ज्ञातव्य है कि कर न अदायगी का आंदोलन गांधीजी ने असहयोग आंदोलन के दौरान वर्ष 1922 में बारदोली से चलाने का विचार बनाया था, लेकिन चौरी-चौरा की घटना के कारण यह योजना स्थगित कर दी गई।