असहयोग आंदोलन की असफलता के बाद स्वराज पार्टी (कांग्रेस खिलाफत स्वराज पार्टी) का गठन मार्च, 1923 में सी.आर. दास और मोतीलाल नेहरू ने किया।
सी.आर. दास इसके अध्यक्ष तथा मोतीलाल नेहरू इसके महासचिव थे। स्वराज पार्टी ने अपने को कांग्रेस के अभिन्न हिस्से के रूप में प्रचारित किया। साथ ही अहिंसा और असहयोग के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराया।