जलोढ़ मिट्टी (Alluvial soil) में कार्बनिक पदार्थों की अधिकता होती है। जलोढ़ मिट्टी भारत के लगभग 22 प्रतिशत क्षेत्रफल पर पायी जाती है।
जलोढ़ मृदा दो प्रकार की होती है—
(i) बांगर और
(ii) खादर
- पुराने जलोढ़ को बांगर तथा नयी जलोढ़ को खादर कहा जाता है।
- केशिका क्रिया सबसे अधिक प्रभावशाली चिकनी मिट्टी में होती है।
- लैटेराइट मिट्टी उच्च तापमान व प्रचुर वर्षा वाले उष्णकटिबंधीय वन क्षेत्रों में पायी जाती है। जिसके ऊपरी भागों में Fe203 तथा (AI) एल्युमीनियम के लवणों की अधिकता होती है।
- मृदा अपरदन को मृदा संरक्षण द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
- रेंडजिना, टेरारोसा व टेरारोक्सा मिट्टियाँ कैल्शियम युक्त मिट्टी के अंतर्गत आते है।
- कोणधारी वन प्रदेशों में पाई जाने वाली मिट्टियों को पॉडजोल (Podzol) के नाम से जाना जाता है।