वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडल के चुनाव हुए।
जुलाई, 1937 के दौरान 6 प्रांतों में कांग्रेस ने अपने मंत्रिमंडल गठित किए। ये प्रांत थे- मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार और संयुक्त प्रांत।
वर्ष 1937 के चुनावों में राजनैतिक कैदियों की रिहाई कांग्रेस के प्रमुख मुद्दों में से एक था। कांग्रेस के विभिन्न राज्य की सरकारों ने राजनैतिक कैदियों को रिहा करने का प्रयास किया। परंतु राज्य के गवर्नरों ने इस प्रयास का विरोध किया। परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश (तत्कालीन संयुक्त प्रांत) एवं बिहार की चुनी हुई कांग्रेसी सरकारों ने फरवरी, 1938 में त्याग-पत्र दे दिया था।