ऑक्सीजन के तीन परमाणु से बना ओजॉन का एक स्तर वायुमंडल में 15 किलोमीटर से लेकर लगभग 50 किलोमीटर ऊंचाई वाले क्षेत्र के बीच पाया जाता है, जिसे ओजोन परत कहा जाता है।
यह ओजोन परत पृथ्वी पर रहने वाले जीव धारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है यह सूर्य के प्रकाश में उपस्थित हानिकारक पराबैंगनी किरणों का अवशोषण कर लेता है।
जो मनुष्य में त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद तथा अनेक प्रकार के उत्परिवर्तन को जन्म देता है जैसा कि हम जानते हैं।
वायुमंडल में ऑक्सीजन गैस के रूप में विद्यमान है जो सभी जीवो के लिए आवश्यक है सूर्य के प्रकाश में पाए जाने वाले पराबैंगनी विकिरण ऑक्सीजन को विघटित कर स्वतंत्र ऑक्सीजन परमाणु बनाता है।
जो ऑक्सीजन अणुओं से संयोग ओजोन बनाता है। कुछ रसायन फ्लोरोकार्बन एवं क्लोरोफ्लोरोकार्बन ओजोन से अभिक्रिया कर आणविक तथा परमाण्विक ऑक्सीजन में विखंडित कर ओजोन स्तर का अवक्षय करते है।
अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन के स्तर में इतनी कमी आ गई है कि इसे ओजोन छिद्र की संज्ञा दी गई है।