मार्च, 1942 में रासबिहारी बोस (Rash Behari Bose) ने टोक्यो (Tokyo, Japan) में एक सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय सेना या आजाद हिंद फौज के गठन का निर्णय किया गया।
आजाद हिंद फौज में प्रमुख रूप से वे भारतीय सैनिक थे, जिन्होंने सिंगापुर के पतन के पश्चात जापानी सेनाओं के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था।