किसी पदार्थ की ऊष्मा धारिता (Heat Capacity) ऊष्मा/पदार्थ के ताप परिवर्तन के बराबर होता है।
उष्मा धारिता (Heat Capacity) : किसी पदार्थ की इकाई मात्रा का ताप एक डिग्री सेल्सियस बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा को उस पदार्थ की ऊष्मा धारिता कहा जाता है।
अर्थात्, ऊष्मा धारिता (c) = Q/∆T
जहाँ, Q = पदार्थ को दी गई या पदार्थ से ली गई उष्मा की मात्रा
ΔΤ = ताप में परिवर्तन
C = ऊष्मा धारिता
ऊष्मा घारिता का S.I मात्रक जूल प्रति केल्विन (JK-1) होता है तथा इसकी विमा [ML2T-2θ-1] होती है।
विशिष्ट उष्मा (Specific Heat) : सी पदार्थ के 1 kg द्रव्यमान का तापमान 1 Kelvin बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा को विशिष्ट ऊष्मा कहते हैं।
विशिष्ट ऊष्मा (C) = Q/m∆T = J/Kg × K
जहाँ, Q = पदार्थ को दी गई या पदार्थ से ली गई उष्मा की मात्रा
m = पदार्थ का द्रव्यमान
∆T = ताप में परिवर्तन
जल की विशिष्ट ऊष्मा 4200 Jkg-1K-1 होता है।
बर्फ की विशिष्ट ऊष्मा 2100 Jkg-1K-1 होता है।
जल की विशिष्ट ऊष्मा धारिता अन्य पदार्थों की तुलना में सबसे अधिक होती है।