X-किरणों की तीव्रता इलेक्ट्रॉन की संख्या (Number of Electron) पर निर्भर करता है। X-किरणों की खोज विलियम रोन्टजन William Rontzen) ने की थी।
X-किरणों का उत्पादन कूलिज नलिका में किया जाता है।
X-किरणों का उपयोग — बेरियम मील (Barium Meal), एंजियोग्राफी (Angiography), हड्डी के एक्स-रे (Bone X-ray) , एवं कमयूटेड टोमोग्राफी स्कैन (C.T scan) में होता है।