बिहार (Bihar) भारतीय संघ का एक राज्य (State) है और सत्ता में इसकी भी भागीदारी है। बिहार में लोकतांत्रिक व्यवस्था प्राचीनकाल में भी विद्यमान थी।
बिहार के ही वैशाली जिले में लिच्छवी गणतंत्र फला-फूला। भारत की तरह बिहार का लोकतंत्र भी सफलता के मार्ग पर अग्रसर है।
इसके बावजूद, बिहार में लोकतंत्र के मार्ग में अनेक बाधाएँ हैं और भारतीय लोकतंत्र की भाँति बिहार में भी लोकतंत्र को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षा की दृष्टि से सबसे पिछड़े राज्य बिहार में लोकतंत्र में विश्वास की कमी, नागरिक गुणों का अभाव, मताधिकार के प्रति उदासीनता, मूल्यविहीन राजनीति जैसी बाधाएँ लोकतंत्र के मार्ग में खड़ी हैं।
जहाँ भारत की साक्षरता दर 73 प्रतिशत है, वहाँ बिहार की साक्षरता दर सिर्फ 61.8 प्रतिशत है। बिहार में लोकतंत्र की जड़ें गहरी हो सकें और इसके मार्ग की बाधाएँ दूर हो सकें।
इसके लिए सबसे अधिक आवश्यकता बिहार को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने की है। इसके लिए व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर इसके विकास में भागीदार बनने की आवश्यकता है।