सीधे युद्धों के अलावा भारतीय राज्यों (Indian States) को अपने नियंत्रण (Control) में लेने के लिए अंग्रेजों ने अन्य बहाने भी ढूंढने शुरु किये।
विलय नीति (Vilay Niti) भी ऐसा ही एक बहाना था। इस नीति के अन्तर्गत अगर किसी शासक की मृत्यु हो जाती थी; और उसका अपना कोई पुत्र नहीं होता तो उसके राज्य को कंपनी अपने नियंत्रण में ले लेती थी।
इस नीति के तहत 1848 ई. से 1856 ई. के बीच भारत के कई राज्य सतारा, संबलपुर, उदयपुर, नागपुर और झांसी कंपनी के नियंत्रण में आ गये थे।