प्रथम विश्वयुद्ध (First World War) के बाद यूरोप में नाजीवाद और फासीवाद का उदय हुआ। इन नए सिद्धान्तों के आधार पर जर्मनी में हिटलर के नेतृत्व में नाजी सरकार बनी और फासीवाद के सिद्धांत के आधार पर मुसालनी के नेतृत्व में इटली में फासी सरकार बनी।
ये दोनों सिद्धान्त राष्ट्र के गौरव और शक्ति पर बल देते थे।
फलतः इन दोनों राष्ट्रों ने दूसरे राष्ट्रों पर आक्रमण करना शुरू किया, जिससे विश्वयुद्ध की परिस्थितियां पैदा हुई।
इन दोनों राष्ट्रों ने राष्ट्रीय गौरव के लिए साम्राज्यवादी लिप्सा को ही आधार बनाया। जापान, जर्मनी और इटली अपने साम्राज्य का विस्तार कर अपनी आर्थिक परेशानियों को दूर करना चाहते थे; और अपने राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करना चाहते थे।