पेट्रोलियम सामान्यतः :अवसादी चट्टानों (sedimentary rocks) में पाया जाता है। 1859 में यू.एस.ए. के पेनसिल्वानिया (Pennsylvania) में विश्व के प्रथम तेल कुएँ की खुदाई की गई थी। 1867 में पेट्रोलियम आसाम के मैकुम (Makum) में प्राप्त किया गया।
भारत में पेट्रोलियम असम स्थित डिगबोई और नहरकटिया में, गुजरात स्थित अंकलेश्वर और कैम्बे में तथा दक्षिण भारत के कराइकेला क्षेत्र में पाया जाता है।
यह मुंबई के निकट समुद्रतल में गहरे दबे हुए तेल भंडारों से भी प्राप्त किया जाता है। इस तेल क्षेत्र को मुंबई हाई (Mumbai High) कहते हैं। हाल ही में, गोदावरी और कावेरी नदियों के द्रोणी (basins) के निकट से भी प्रेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस प्राप्त हुए है।
तेल-परिष्करण का काम मुख्यतः डिगबोई, नूनमती, विशाखापत्तनम, बरौनी एवं मुंबई के निकट ट्रॉम्बे में किया जाता है। सरकारी संस्था इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) लिमिटेड अधिकांश पेट्रोलियम का परिष्करण तथा उसकी खरीद-बिक्री करता है। तेल और प्राकृतिक गैस कमीशन (Oil and Natural Gas Commission, ONGC) पेट्रोलियम के नए स्रोतों का पता लगाता है।