औद्योगिकरण का पर्यावरण पर प्रभाव । Audyogikaran Ka Paryavaran Par Prabhav
तीव्र गति से जनसंख्या की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिये आवश्यक वस्तुओं का निर्माण किया जाता है।
औद्योगीकरण (Industrialisation) की प्रक्रिया में वृद्धि (Growth) इन्हीं आवश्यक वस्तुओं के निर्माण का परिणाम है।
औद्योगीकरण की प्रक्रिया का पर्यावरण पर प्रभाव इसलिए देखा जाना ज़रूरी है क्योंकि कच्चे माल के रूप में उद्योग प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हैं जिनके शीघ्र समाप्त हो जाने का खतरा है।
उद्योगों से बहुत सारी विषैली गैसें उत्पन्न होती हैं जो वायु प्रदूषण में वृद्धि करती हैं।
उद्योगों से निकालने वाले अपशिष्ट से जल प्रदूषण के साथ मुद्रा प्रदूषण (Currency Pollustion) की समस्या उत्पन्न होती है जो मानव तथा जलीय वातावरण पर प्रतिकूल प्रभाव (Adverse Effect) पड़ता है।