कांग्रेस के कराँची अधिवेशन 1931 में संकल्प पारित किया गया कि विधि के समक्ष जाति, वंश या स्त्री-पुरुष का लिहाज में बिना समानता होनी चाहिए।
1931 में कराँची अधिवेशन की अध्यक्षता सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था। इस कांग्रेस अधिवेशन में आर्थिक एवं मौलिक अधिकार सम्बन्धित प्रस्ताव पारित हुआ।
- 1906 के कलकत्ता अधिवेशन में स्वदेशी का प्रस्ताव पारित हुआ।
- 1916 के लखनऊ अधिवेशन में काँग्रेस के दोनों गुट एक हो गये।
- 1929 के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ।