हड़प्पा सभ्यता की सर्वाधिक अद्वितीय विशेषता नगर नियोजन (Town Planning) थी। हड़प्पा सभ्यता रावी नदी (Ravi River) के किनारे स्थित था।
अन्न भण्डार, काँसे से निर्मित खिलौना गाड़ी, मछुआरे का चित्र आदि का साक्ष्य हड़प्पा सभ्यता स्थल से मिला है।
हड़प्पा के खोजकर्ता राय बहादुर दयाराम साहनी (Rai Bahadur Dayaram Sahni) तथा माधव स्वरूप वत्स (Madhav Swaroop Vats) है।
लोथल को लघु हड़प्पा या लघु मोहनजोदड़ो भी कहा जाता है। भारत में चाँदी की उपलब्धता के प्राचीनतम साक्ष्य हड़प्पा सभ्यता स्थल से मिले।
मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ मृतकों का टीला होता है।
सैन्धव सभ्यता की समकालीन मिस्र की सभ्यता नील नदी के तट पर विकसित हुई थी।
हड़प्पा सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक थी।