भगत सिंह (Bhagat Singh) और उनके साथियों ने लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए ब्रिटिश अधिकारी जॉन सॉण्डर्स (John Sanders) की हत्या की थी।
1919 के भारत सरकार अधिनियम के तहत यह व्यवस्था की गई थी, कि दस साल के अन्तराल पर एक आयोग का गठन किया जाएगा। जिसे यह देखना होगा की भारत की शासन व्यवस्था में किसी प्रकार के सुधार की भी आवश्यकता है ।
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए समय से पहले भारतीय वैधानिक आयोग का गठन 8 नवम्बर, 1927 ई० में ब्रिटेन में गठित किया गया जिसका अध्यक्ष जॉन साइमन था। साइमन आयोग भारत में 1928 ई० में सर्वप्रथम बम्बई आया था। साइमन आयोग में कुल सात सदस्य शामिल थे, सभी अंग्रेज थे । साइमन आयोग में एक भी भारतीय को शामिल नहीं किया गया था। इसलिए साइमन आयोग का भारत में तीव्र विरोध किया गया। साइमन आयोग का विरोध लखनऊ की धरती पर जवाहर लाल नेहरू एवं गोविन्द बल्लभ पंत ने किया था।
साइमन आयोग का विरोध लाहौर की धरती पर लाला लाजपत राय ने किया था । लाहौर के पुलिस कप्तान जेम्स ए० स्कॉट के आदेश पर लाला लाजपत राय पर लाठी से कठोर प्रहार से बुरी तरह घायल हुए जिसके कारण उनकी मृत्यु 17 नवम्बर, 1928 ई० को हो गई।