पूँजी के नियमित मूल्य क्षय को समायोजित करने के क्रम में किए गए सकल निवेश के मूल्य को मूल्यह्रास (Sepreciation) कहा जाता है।
बजट (Budget) : किसी संस्था या सरकार के एक वर्ष की अनुमानित आय व्यय का लेखा-जोखा बजट कहलाता है।
अवमूल्यन (Devaluation) : किसी देश के मुद्रा को जान-बूझकर सरकार द्वारा देश के अन्दर मुद्रा का मूल्य, वस्तु की तुलना में कम कर दी जाती है, जिसे अवमूल्यन कहा जाता है। अवमूल्यन का मुख्य उद्देश्य व्यापार को बढ़ाना और आयात को कम करना है।
भारत में अवमूल्यन पहली बार सितंबर, 1949 को हुआ था।
भारत में दूसरी बार अवमूल्यन जून, 1966 को हुआ था।
भारत में तीसरी बार अवमूल्यन जुलाई 1991 को हुआ था।