पर्यावरण एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन जिसे रियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन भी कहा जाता है, ब्राजील की राजधानी रियो डी जेनेरियो में 3-14 जून, 1992 के मध्य आयोजित हुआ था, जिसमें 172 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
इस सम्मेलन के तहत जारी एजेंडा-21 में प्रदूषण को एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में सम्मिलित किया गया तथा औद्योगिक देशों को हरित गृह गैसों का उत्सर्जन वर्ष 2000 तक 1990 ई. के स्तर तक लाने का लक्ष्य दिया गया।
पर्यावरण में दूषक पदार्थों के प्रवेश के कारण प्राकृतिक संतुलन में पैदा होनेवाले दोष को प्रदूषण (Pollution) कहते हैं।
वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैस के बढ़ने के कारण वायुमंडल के तापमान का बढ़ना हरित गृह प्रभाव (Green House Effect) कहलाता है।
ग्रीन हाउस गैस के अंतर्गत CO2, N2O, CH4, CFC, जलवाष्प आदि आते हैं।