मनुष्यों के लिए शोर की सहन सीमा लगभग कितनी होती है? Manushyon Ke Liye Shor Ki Sahan Seema Lagbhag Kitni Hoti Hai?
412 views
5 Votes
5 Votes

मनुष्यों के लिए शोर की सहन सीमा लगभग कितनी होती है? Manushyon Ke Liye Shor Ki Sahan Seema Lagbhag Kitni Hoti Hai?

1 Answer

1 Vote
1 Vote
 
Best answer

मनुष्य के लिए शोर की सहन सीमा करीब करीब 85 डेसीबल है। 

  • साधारण बातचीत में ध्वनि की तीव्रता का स्तर 30-60 डेसीबल होता है।
  • 80 डेसीबल के शोर में लगातार रहना हानिकारक सिद्ध होता है।
  • 90 डेसीबल शोर को बर्दाश्त करने की अधिकतम सीमा है।
  • ध्वनि की तीव्रता को डेसीबल में जबकि ध्वनि की आवृत्ति को हर्ट्ज में मापा जाता है।
  • ध्वनि एक अनुदैर्ध्य तरंग है। इसके अध्ययन को Acoustics (ध्वानिकी) कहते हैं। इसका संचरण ठोस में सबसे अधिक तथा गैस में सबसे कम होता है।
  • मनुष्य का कान 20 Hz से 20000 Hz तक के ध्वनि को सुन सकता है। इसे श्रव्य ध्वनि कहते हैं।
  • विभिन्न माध्यमों से गुजरने पर ध्वनि की चाल और तरंगदैर्ध्य बदल जाती है लेकिन आवृत्ति नहीं बदलती है।
  • मनुष्य के कान पर ध्वनि का प्रभाव 1/10 सेकंड तक रहता है।

विभिन्न माध्यम में ध्वनि की चाल —

माध्यम चाल 0°C पर m/s में
वायु 332
हाइड्रोजन 1269
जल (आसुत) 1493
समुद्री जल 1533
काँच 5640
लोहा 5130
एल्युमिनियम 6420

Edited by

RELATED DOUBTS

Peddia is an Online Question and Answer Website, That Helps You To Prepare India's All States Boards & Competitive Exams Like IIT-JEE, NEET, AIIMS, AIPMT, SSC, BANKING, BSEB, UP Board, RBSE, HPBOSE, MPBSE, CBSE & Other General Exams.
If You Have Any Query/Suggestion Regarding This Website or Post, Please Contact Us On : [email protected]

CATEGORIES