आधुनिक आन्ध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के काकतीय वंश की शासिका रुद्रम्मादेवी (Rudramadevi) ने वारंगल क्षेत्र पर शासन किया।
काकतीय वश का संस्थापक बीटा प्रथम था। रुद्रम्मादेवी का विवाह चालुक्य वंश के वीरभद्र थे। रुद्रम्मादेवी की पुत्री के पुत्र प्रताप रूद्रदेव-III थे।
इस वंश का सबसे शक्तिशाली शासक गणपति था। रुद्रम्मादेवी गणपति की बेटी थी, जिसने रुद्रम्मादेवी महाराज की उपाधि धारण कर 1262 ई० में सिंहासन पर बैठी थी। इस वंश का अंतिम शासक प्रताप रूद्र देव-II (1295 - 1323) था।