शुष्क भूमि के चार प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार अग्रलिखित हैं —
(i) वर्षा जल की संरक्षित करने की विधियों का प्रयोग किया जाता है। ताकि शुष्क समय में उसका उपयोग किया जा सके।
(ii) आवश्यकता से अधिक जल को भूमिगत जल के पुन:भरण के लिए संरक्षित रखा जाता है।
(iii) शुष्कता के कारण ह्यूमस की मात्रा यहाँ की मिट्टी में बहुत कम होती है।
(iv) शुष्कता के कारण मिट्टी की ऊपरी परत का वायु द्वारा कटाव होता है।