प्रोजेक्ट लून (Project Loon) संबंधित है— बेतार-संचार प्रौद्योगिकी (Wireless Communication Technology) से।
प्रोजेक्ट लून के तहत हीलियम गैस से भरे बैलूनों (गुब्बारों) को जमीन से 20 किलोमीटर ऊपर प्लांट किया जाता है। हर बैलून से मिलने वाले सिग्नल जमीन पर 40 किलोमीटर के व्यास को समाहित कर सकते हैं।
समताप मंडल में बैलूनों के नेटवर्क से बिना किसी दिक्कत के कनेक्टिविटी का दावा किया गया है।
इस प्रोजेक्ट का मकसद भारत के दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में 4G LTE कनेक्टिविटी प्रदान करना है। गूगल ने इस योजना पर 2013 में काम शुरू किया था। ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और यूएस में इसका ट्रायल जारी है। प्रोजेक्ट लून पर अमल से भारत के सभी हिस्सों में इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलना संभव होगा।