बम्बई (वर्तमान मुंबई) शहर में मार्च 1919 में खिलाफत कमेटी का गठन किया गया था।
खिलाफत आंदोलन की शुरूआत शौकत अली तथा मोहम्मद अली के द्वारा किया गया।
खिलाफत आंदोलन भारत में चलाने का प्रमुख कारण तुर्की में खलीफा पद को इंग्लैण्ड द्वारा समाप्त किया जाना था।
वर्ष 1921-22 के असहयोग आंदोलन का मुख्य कारण हिंदु-मुस्लिम एकता था। स्वराज का नारा गाँधी जी ने असहयोग आंदोलन के समय दिए।