काली मिट्टी में कपास (Cotton) की पैदावार अच्छी होती है। यह मिट्टी भारत में मुख्यतः महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में मिलती है।इससे मिट्टी को रेगुर मिट्टी भी कहते हैं।
जलोढ़ मिट्टी का क्षेत्रफल भारत में सबसे बड़ा है। (25% लगभग) इसमें पोटाश की मात्रा होती है लेकिन नाइट्रोजन फॉस्फोरस तथा ह्यूमस .की कमी होती है। बांगर और खादर जलोढ़ मिट्टी की दो भाग है ।
काली मिट्टी का निर्माण लावा से निर्मित चट्टानों के अपरदन एवं अपक्षयन से हुआ है। इस मिट्टी में जलधारण की क्षमता अधिक होती है। काली मिट्टी में नमी अधिक रहने के कारण कपास का रेशा अधिक बेहतर बनता है। काली मिट्टी बेसाल्ट चट्टानों के टूटने-फूटने से होता है। इस मिट्टी में आयरन, चूना, एल्युमिनियम एवं मैग्नेशियम की बहुलता होती है। काली मिट्टी को कपासी मिट्टी (Black Cotton Soil) भी कहते हैं।
भारत का सबसे बड़ा उद्योग सूती वस्त्र उद्योग (कृषि पर आधारित) है। भारत में संगठित क्षेत्र में सबसे अधिक रोजगार सूती वस्त्र उद्योग से प्राप्त होता है। (रेलवे के बाद)