अकबर पुत्रगालियों से प्रथम बार गुजरात विजय के दौरान मिले थे।
यही उसने पहली बार समुंद्र देखा था। उसने हिंदू-मुस्लिम के संप्रदायों के बीच दूरियां कम करने के लिए दीन-ए-इलाही नामक धर्म (1582)में स्थापना किया। दीन-ए-इलाही धर्म का प्रधान पुरोहित अकबर था।
दीन-ए-इलाही धर्म स्वीकार करने वाले प्रथम हिंदू और अंतिम शासक बीरबल था।