बिहार के प्रमुख ऊर्जा स्रोतों में मुख्य रूप से जल विद्युत एवं ताप विद्युत है ।
बिहार में कई तापीय विद्युत केन्द्र है। इनमें कहलगाँव, कांटी और बरौनी तापीय विद्युत केन्द्र प्रमुख हैं, कहलगाँव सुपर थर्मल पावर की उत्पादन क्षमता 840 मेगावाट कांटी तापीय विद्युत केन्द्र मुजफ्फरपुर है । जिसकी उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट और बरौनी तापीय विद्युत परियोजना की स्थापना रूस के सहयोग से किया जाता है।
इसकी उत्पादन क्षमता 145 मेगावाट है। इसके अलावे बाढ़ एवं नबीनगर तापीय विद्युत परियोजना है। बाढ़ तापीय विद्युत परियोजना की प्रस्तावित तापीय विद्युत उत्पादन क्षमता 200 मेगावाट है। इस परियोजना का निर्माण N.T.P.C. के द्वारा हो
नवीनगर तापीय विद्युत परियोजना औरंगाबाद जिला में है। जिसकी उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट प्रस्तावित है। ये रेलवे एवं N.T.P.C. के संयुक्त प्रयास से निर्माण चल रहा है। जल स्रोत-जलविद्युत-इसके विकास के लिए 1982 में बिहार राज्य जल विद्युत निगम का गठन किया गया, इसके द्वारा 2055 मेगावाट उत्पादन का लक्षय रखा गया है।
डेहरी, रोहतास में स्थित पश्चिमी स्रोत परियोजना, वारूण, औरंगाबाद, पूर्वी स्रोत लिंकनहर बाल्मिकी नगर, पश्चिमी चम्पारण, कटैया परियोजना है। इनसे मात्र . 44.10 मेगावाट जलविद्युत उत्पन्न होता है।